जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो गणगीत।
rss gangeet – मन को मारे मत बैठो
जीवन में कुछ करना है तो , मन को मारे मत बैठो।
आगे – आगे चलना है तो , हिम्मत हारे मत बैठो। २
चलने वाला मंजिल पाता , बैठा पीछे रह जाता है।
ठहरा पानी सड़ने लगता , बहता निरमा रहता है।
पांव मिले चलने की खातिर , पांव पसारे मत बैठो।
आगे – आगे चलना है तो , हिम्मत हारे मत बैठो। ।
तेज दौड़नेवाला खरहा , दो पल चलकर बैठ गया
धीरे – धीरे चलकर कछुआ , देखो बाज़ी मार गया।
चलो कदम से कदम मिलकर , दूर किनारे मत बैठो।
आगे – आगे चलना है तो , हिम्मत हारे मत बैठो। ।
धरती चलती टारे चलते , चाँद रात भर चलता है।
किरणों का उपहार बांटने , सूरज रोज निकलता है
हवा चले महक बिखरे , तुम भी प्यारे बन महको।
आगे – आगे चलना है तो , हिम्मत हारे मत बैठो। ।
जीवन में कुछ करना है तो , मन को मारे मत बैठो।
आगे – आगे चलना है तो , हिम्मत हारे मत बैठो।
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