सनातन धर्म के प्रति आस्था
इंडोनेशिया की राजकुमारी ने इस्लाम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म स्वीकार किया
इंडोनेशिया की राजकुमारी “कंजेंग राडेन” ने इस्लाम धर्म को त्याग कर हिंदू सनातन धर्म को अपनाया। इस अवसर पर उन्होंने अपना शुद्धिकरण भी करवाया जिससे वह पवित्र हो सके। स्वच्छ मन से हिंदू धर्म को अपनाकर उन्होंने एक मिसाल पेश की है। जावा इंडोनेशिया का एक बड़ा सा प्रदेश है जहां पर अधिकतर लोग निवास करते हैं बता दें कि जावा राजकुमारी का निवास स्थान वही है । इन्होंने सनातन धर्म की दीक्षा ली और हिंदू बन गई है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि हमारे पूर्वज भी हिंदू थे। बल्कि वह सनातन धर्म को मानते थे इसलिए उन्होंने यह धर्म अपनाया। यह घटना प्रथम बार की नहीं है इससे पहले भी कई अन्य मुख्य पदों पर आसीन लोग भी सनातन धर्म को अपना चुके हैं यहां तक कि इंडोनेशिया के एक जज ने भी हिंदू धर्म को अपना कर एक मिसाल पेश किया था और आज उसी मशाल को जलाने का काम राजकुमारी ने किया ।
” राम – राज फिर आएगा , घर – घर भगवा छाएगा”
भगवा अग्नि का प्रतीक है। जिस प्रकार अग्नि सारी बुराइयों को जलाकर स्वाहा कर देती है , उसी प्रकार भगवा भी सारी बुराइयों को समाज से दूर करने का प्रयत्न कर रहा है। संपूर्ण भारत भगवामय हो ऐसा संघ का सपना है। यहाँ हमारा भगवा से आशय बुराई मुक्त समाज से है।
इस भगवा ध्वज को ‘ श्री रामचंद्र ‘ ने राम – राज्य में ‘ हिंदूकुश ‘ पर्वत पर फहराया था , जो हिंदू साम्राज्य के वर्चस्व का परिचायक है। इसी भगवा ध्वज को ‘ वीर शिवाजी ‘ ने मुगल व आताताईयों को भगाने के लिए थामा था। वीरांगना लक्ष्मीबाई ने भी साँस छोड़ दिया , किंतु भगवा ध्वज को नहीं छोड़ा।
इस भगवा प्लेटफार्म से हम हिंदू अथवा हिंदुस्तान के लोगों से एक सभ्य व शिक्षित समाज की कल्पना करते हैं। जिस प्रकार से राम – राज्य में शांति और सौहार्द का वातावरण था , वैसे ही राज्य की कल्पना हम इस समाज से करते हैं।
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