यही तो मन्त्र है अपना नहीं रुकना नहीं थकना। गणगीत। gangeet | yahi to mantr apna
यही तो मन्त्र है अपना , नहीं रुकना नहीं थकना गणगीत gangeet | yahi to mantr hai apna चरैवेति चरैवेति यही तो मन्त्र है अपना , नहीं रुकना नहीं थकना सतत् चलना सतत् चलना , यही तो मंत्र है अपना। शुभंकर मंत्र है अपना।।२ हमारी प्रेरणा भास्कर है , जिनका रथ सतत् चलता , … Read more