उठो जवानो हम भारत के स्वाभी मान सरताज़ है – प्रस्तुत गीत वीर रस तथा ओज रस से सराबोर है। इस गीत को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में एकल गीत के रूप में गाया जाता है।
विभिन्न कार्यक्रमों में इस गीत का सुंदर प्रस्तुति देखने को मिला है।
उठो जवानो हम भारत के स्वाभी मान सरताज़ है
उठो जवानो हम भारत के स्वाभी मान सरताज़ है
अभिमन्यु के रथ का पहिया, चक्रव्यूह की मार है
चमके कि ज्यों दिनकर चमका है
उठे कि ज्यो तूफान उठे
चले चाल मस्ताने गज सी
हँसे कि विपदा भाग उठे
हम भारत की तरुणाई है
माता की गलहार है
अभिमन्यु के रथ का पहिया….
Utho jawano hum bhart geet lyrics
खेल कबड्डी कहकर
पाले में न घुस पाये दुश्मन
प्रतिद्वंदी से ताल ठोक कर
कहो भाग जाओ दुश्मन
मान जीजा के वीर शिवा हम
राणा के अवतार है
अभिमन्यु के रथ का पहिया….
गुरु पूजा में एकलव्य हम
बैरागी के बाण है
लव कुश की हम प्रखर साधना
शकुंतला के प्राण है
चन्द्रगुप्त की दिग्विजयों के
हम ही खेवनहार है
अभिमन्यु के रथ का पहिया….
गोरा, बदल, जयमल, पत्ता,
भगत सिंह, सुखदेव, आज़ाद
केशव की हम ध्येय साधना
माधव बन होती आवाज़
आज नहीं तो कल भारत के
हम ही पहरेदार है
अभिमन्यु के रथ का पहिया….
उठो जवानो हम भारत के स्वाभी मान सरताज़ है
अभिमन्यु के रथ का पहिया, चक्रव्यूह मार है……
Utho jawano hum bhart geet lyrics
अति सुंदर
Very Nice Ji! Bharat mata ki jai