युग परिवर्तन की बेला में – गीत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में साथ चलने का संदेश देता हुआ यह गीत गाया जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सबको साथ लेकर चलने का प्रयत्न करता है।
इसका लक्ष्य केवल और केवल सभी को एक सूत्र में पिरोना और अपनी संस्कृति को सम्यक रूप से आगे बढ़ाना ही है। इसका किसी धर्म , जाति विशेष के प्रति पूर्वाग्रह नहीं रहता। यह समजाती , सम व्यवहार की बात करता है कोई भी छोटा या बड़ा नहीं है इसलिए साथ लेकर चलने की बात सदैव संघ करता है।
युग परिवर्तन की बेला में
yug parivartan ki bela me
युग परिवर्तन की बेला में , हम सब मिलकर साथ चलें
देश धर्म की रक्षा के हित , सहते सब आधार चलें
मिलकर साथ चलें , मिलकर साथ चले। ।
शौर्य पराक्रम की गाथाएं , भरी पड़ी है इतिहासों में
परंपरा के चिर उन्नायक , जिए निरंतर संघर्षों में
हृदयों में उस राष्ट्रप्रेम के , लेकर हम तूफान चले
मिलकर साथ चलें , मिलकर साथ चलें। ।
कलयुग में संगठन शक्ति ही , जागृति का आधार बनेगी
एक सूत्र में पीरो सभी को , सपने सब साकार करेगी
संस्कृति के पावन मूल्यों की , लेकर हम सौगात चलें
मिलकर साथ चलें , मिलकर साथ चलें
ऊंच-नीच का भेद मिटाकर , समृद्ध जीवन को सरसायें
फैलाकर आलोक ज्ञान का , परा शक्तियों को प्रकटाएं
निविड़ निशा की काट कालीमा , लाने नवल प्रभात चलें
मिलकर साथ चलें , मिलकर साथ चलें
अडिग हमारी निष्ठा उर में , लक्ष्य प्राप्ति की तड़पन मन में
तन मन धन सब अर्पण करने , संघ मार्ग के दुष्कर रण में
केशव के सास्वत विचार को , ध्येय मान दिन रात चले
मिलकर साथ चलें , मिलकर साथ चलें
मिलकर साथ चलें , मिलकर साथ चलें। ।
milkar sath chale geet in hindi with lyrics
yug parivartan kee bela mein , ham sab milakar saath chalen
desh dharm kee raksha ke hit , sahate sab aadhaar chalen
milakar saath chalen , milakar saath chale. .
shaury paraakram kee gaathaen , bharee padee hai itihaason mein
parampara ke chir unnaayak , jie nirantar sangharshon mein
hrdayon mein us raashtraprem ke , lekar ham toophaan chale
milakar saath chalen , milakar saath chalen. .
kalayug mein sangathan shakti hee , jaagrti ka aadhaar banegee
ek sootr mein peero sabhee ko , sapane sab saakaar karegee
sanskrti ke paavan moolyon kee , lekar ham saugaat chalen
milakar saath chalen , milakar saath chalen
oonch-neech ka bhed mitaakar , samrddh jeevan ko sarasaayen
phailaakar aalok gyaan ka , para shaktiyon ko prakataen
nivid nisha kee kaat kaaleema , laane naval prabhaat chalen
milakar saath chalen , milakar saath chalen
adig hamaaree nishtha ur mein , lakshy praapti kee tadapan man mein
tan man dhan sab arpan karane , sangh maarg ke dushkar ran mein
keshav ke saasvat vichaar ko , dhyey maan din raat chale
milakar saath chalen , milakar saath chalen
milakar saath chalen , milakar saath chalen
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मातृभूमि गान से गूंजता रहे गगन। गणगीत rss
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बहुत सुंदर गीत संग्रह । धन्यवाद
अति सुन्दर
Dhanyawad Aapkaa
Nice Web Publication.
Thanks