Koi chalta pad chinhon par – कोई चलता पद चिन्हों पर कोई पद चिन्ह बनाता है संघ का गणगीत जिसे सामूहिक रूप से गाया जाता है इस गीत में हमारी संस्कृति को प्रकट किया गया है किस प्रकार पूर्वजों ने अपना बलिदान देश के हित में किया समझने का प्रयत्न किया गया है।
Koi chalta pad chinhon par
कोई चलता पद चिन्हों पर , कोई पद चिन्ह बनाता है।
बस वही सूरमा वीर पुरुष , दुनिया में पूजा जाता है। ।
देता संघर्षों को न्योता , मानवता की खातिर जग में ,
ठोकर से करता दूर सदा , जो भी बाधा आती मग में ,
जो दान रक्त का देकर भी , अपना कर्तव्य निभाता है
बस वही सूरमा वीर पुरुष , दुनिया में पूजा जाता है। । १
आहार – नींद और भय लिप्सा , असुरों की भी तो रीति यही ,
इतने तो ही जीवन समझें , मानवता की यह नीति नहीं ,
जो धर्म समर्पित कर्म करे , वह खुद को दिव्य बनाता है ,
बस वही सूरमा वीर पुरुष , दुनिया में पूजा जाता है। ।२
हम सब उनकी संतानें हैं , आरों उनसे जिनके शीश कटे ,
तिल – तिल कर देह समर्पित की , लेकिन मग पीछे नहीं हटे ,
जो उन आदर्शों पर चलकर , पुरखों का मान बढ़ाता है ,
बस वही सूरमा वीर पुरुष , दुनिया में पूजा जाता है। ।३
अब उठे और संगठित बने , दोस्तों के भय की मूर्ति बनें ,
दुनिया भारत को करे नमन , हम मानवता प्रतिमूर्ति बने,
हम भारत मां के है सपूत , हमको भविष्य बुलाता है ,
बस वही सूरमा वीर पुरुष , दुनिया में पूजा जाता है
बस वही सूरमा वीर पुरुष , दुनिया में पूजा जाता है। ।४
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